Uproar On Manipur Violence Continues In Parliament Monsoon Session, PM Modi Hits Back At Opposition Alliance INDIA, 10 Highlights | Monsoon Session: मणिपुर पर घमासान जारी, INDIA के सांसद काले कपड़े पहने आए नजर, पीएम मोदी का विपक्ष पर तीखा हमला


Parliament Monsoon Session: मणिपुर के मुद्दे को लेकर गुरुवार (27 जुलाई) को भी सरकार और विपक्ष में घमासान देखने को मिला. संसद के मानसून सत्र में दोनों सदनों में इस मुद्दे पर हंगामा जारी रहा. विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर जल्द चर्चा की मांग की तो पीएम मोदी (PM Modi) ने विपक्षी दलों के महागठबंधन के नाम को लेकर तीखा हमला बोला. विरोध जताते हुए विपक्षी सांसद काले कपड़े पहनकर सदन में आए थे. 
1. मणिपुर हिंसा के मसले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में गुरुवार को भी जोरदार हंगामा हुआ. विपक्ष की मांग है कि इस मुद्दे पर चर्चा की जाए और पीएम मोदी सदन में बयान दें. कई बार कार्यवाही बाधित होने के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्ष ने इस मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव भी पेश किया है. जिसपर उन्होंने जल्दी चर्चा करवाने की मांग की.
2. विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दलों के सभी सांसद मणिपुर मुद्दे पर सरकार के विरोध में काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे थे. इस दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हर राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की कड़ी निंदा की जाती है, मणिपुर में जो हुआ वह भयानक है. काले कपड़े पहनने के पीछे विचार ये है कि देश में अंधेरा है तो हमारे कपड़ों में भी अंधेरा होना चाहिए. 
3. विपक्षी सांसदों के काले कपड़े पहनने पर राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि ये काले कपड़े पहनने वाले लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि देश की बढ़ती हुई ताकत आज क्या है? जिनका मन और तन काला है उनके दिल में क्या छुपा है. इनका वर्तमान, भूत और भविष्य काला है, लेकिन हमें उम्मीद है कि उनकी जिंदगी में भी रोशनी आएगी.  
4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान और गुजरात में जनसभाओं को संबोधित करते हुए विपक्षी गठबंधन इंडिया पर जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि भ्रष्ट और वंशवादी लोगों ने अपनी जमात का नाम बदल दिया है, लेकिन उनका व्यवहार और लक्ष्य वही है. उन्होंने कहा कि वे (विपक्षी दल) नाराज हैं क्योंकि उनकी सरकार के तहत आम लोगों के सपने पूरे हो रहे हैं. 
5. पीएम ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि इनका चेहरा, आचरण और इरादे वही पुराने हैं. जब मध्यम वर्ग को कुछ सस्ता मिलता है, तो वे दावा करते हैं कि किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. जब किसानों को अच्छी कीमतें मिलती हैं, तो वे दावा करते हैं कि महंगाई बढ़ रही है. ये दोहरा मापदंड उनकी राजनीति की पहचान है. 
6. राजस्थान के सीकर में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कभी ‘इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा’ का नारा दिया गया था और अब ‘यूपीए इज इंडिया, इंडिया इज यूपीए’ की बात की जा रही है, लेकिन इनका जनता फिर से एक बार वही हाल करेगी जो पहले किया था. उन्होंने कहा कि आज का नारा है- भ्रष्टाचार छोड़ो इंडिया, परिवारवाद छोड़ो इंडिया, तुष्टिकरण छोड़ो इंडिया है. 
7. विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल आगामी 29 और 30 जुलाई को हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करेगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के सांसदों की जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर की प्रस्तावित यात्रा अच्छी रहेगी. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल को जाने दीजिए और खुद ही स्थिति देखने दीजिए, वहां लोगों से बातचीत करने दीजिए और उनका पक्ष सुनने दीजिए. मैंने केंद्र को पत्र लिखकर मुझे वहां जाने देने की अनुमति मांगी थी, लेकिन मुझे अनुमति नहीं दी गई.
8. इसी बीच विपक्षी गठबंधन ने अपनी अगली बैठक की तारीख भी तय कर ली. सूत्रों के अनुसार, ये बैठक 25 और 26 अगस्त को मुंबई में होगी. इससे पहले पटना और बेंगलुरु में विपक्षी की बैठकें हुई थी. ये तीसरी बैठक है जिसमें संयोजक के अलावा कई अहम फैसले हो सकते हैं. इसके अलावा मल्लिकार्जुन खरगे की सलाह पर संसद परिसर में धरने पर बैठे आप सांसद रात की बजाए दिन में धरना जारी रखेंगे. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के निलंबन के विरोध में संसद धरने पर बैठे हैं.
9. मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाए जाने की घटना की जांच सीबीआई की ओर से की जाएगी. इसके अलावा केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर इस मामले के मुकदमे की सुनवाई राज्य से बाहर कराने का अनुरोध किया है. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सरकार की इस अर्जी पर सुनवाई होगी.
10. मणिपुर की इस घटना का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को अधिकारी ने बताया कि मोबाइल फोन बरामद होने के बाद ये पता चल सकेगा कि घटना किस रूप में हुई और वीडियो कैसे लीक हुआ. मणिपुर में करीब तीन महीने से जारी जातीय हिंसा के कारण अभी तक करीब 150 लोगों की मौत हुई है.
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