Owaisi Opposing Uniform Civil Code Says Uniform Civil Code Is Not Required In This Country ANN | Uniform Civil Code: ओवैसी बोले


Owaisi on Uniform Civil Code: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक इफ्तार पार्टी के दौरान एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने समान नागरिक संहिता का विरोध करते हुए कहा, ‘देश को इस कानून की कोई जरूरत नहीं है. मुस्लिमों को पंचिंग बैग नहीं समझा जा सकता है.’ यह पार्टी इम्तियाज जरील के घर हुई थी, जिसमें एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी भी पहुंचे थे. 
ओवैसी ने लाउड स्पीकर विवाद को लेकर कहा, जब महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन की सरकार थी तब क्या महाराष्ट्र में लाउड स्पीकर से लोगों को समस्या नहीं थी या तब उन्हें लाउड स्पीकर का एहसास नहीं था. ओवैसी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘बीजेपी को नफरत का संस्थान बनाया जा रहा है और महाराष्ट्र नव निर्माण के नेता राज ठाकरे सिर्फ इस नफरत के संस्थानीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं.’
मुस्लिमों को पंचिंग बैग नहीं बनने देंगेः ओवैसीओवैसी ने शराब के ऊपर सवाल उठाते हुए कहा, शराब पर पाबंदी क्यों नहीं है. जहां-जहां बीजेपी की सरकार है वहां शराब पर क्यों नहीं बैन नहीं लगाते हैं. समान नागरिक संहिता और कॉमन कोड में फर्क है. मेघालय, मिजोरम और नागालैंड के कल्चर की रक्षा का वादा किया है. अपने संविधान में हमें मुस्लिम के कल्चर के प्रोटेक्सन की रक्षा भी संविधान में की गई है. हम समान नागरिक संहिता के खिलाफ हैं. रूल ऑफ लॉ को मजबूत करने की जरुरत है. लॉ एडं लॉर्डर सुप्रीम है, जो खराब नहीं होना चाहिए. किसी माइ का लाल में हिम्मत नहीं है कि हमें पंचिंग बैग बना सके.
अब लोकतंत्र नहीं बुलडोजर का शासन हैओवैसी ने कहा, ‘मुस्लिम समुदाय को सामूहिक सजा दी जाती है. राज्यों पर अब लोकतंत्र नहीं बल्कि बुलडोजर का शासन है. अगर कोई मुसलमान कट्टर हो जाएगा तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा. कानून व्यवस्था सर्वोच्च है. इसे परेशान नहीं किया जाना चाहिए. महाराष्ट्र में तीन में से एक सरकार शांति बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है. गोवा में हिंदू शादी करता है और उसकी पत्नी की उम्र 25-30 की हो जाए और बच्चा नहीं हो तो वो पति दूसरी शादी कर सकता है. अब बीजेपी के लोग इस पर जवाब दें.’
देश में सबसे बड़ा हिन्दुत्व को मानने की होड़ लगीदेश की राजनीति में हो रहा है कि सबसे बड़ा हिंदुत्व को मानने में कौन आगे है. नवनीत से या उद्धव ठाकरे से राजनीतिक मोहब्बत नहीं है लेकिन  देशद्रोह चार्ज लगाना प्रूव नहीं होता, बाकी सुप्रीम कोर्ट देशद्रोह की धारा को देख रहा है. ओवैसी ने कहा, ‘टीआरएस’ को छोड़कर सभी इस रेस में लगे हुए हैं कि देश में कौन बड़ा हिंदुत्व का फॉलोअर है. इम्तियाज जलील हमें जानबुझकर कर शहर के बीचों-बीच में रैली की परमिशन दी गई. कहीं और देते परमिशन तो हमें कोई दिक्क्त नहीं होती. एनसीपी को ऊपर से आदेश आया, तभी जाकर गृहमंत्री ने यहां शहर के बीचों-बीच रैली की परमिशन दी.
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