एयरपोर्ट पर लालू प्रसाद यादव।
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राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को बीमार समझना भूल होगी। वह पूरी तरह एक्टिव हो चुके हैं। 23 जून को पटना में विपक्षी एकता के लिए देशभर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधियों की बैठक में अभिभावक के रूप में दिखे। अब 18-19 जुलाई को बेंगलुरू में होने वाली बैठक में वह और ज्यादा सक्रिय नजर आएंगे। इस सक्रियता की शुरुआत 06 जून को ही हो गई। लालू पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। वह वहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गतिरोधों पर मंथन कर बीच का रास्ता निकालेंगे, हालांकि जाते समय उन्होंने दूसरा काम बताया।
पीएम मोदी की विदाई की तैयारी करानी है
इधर, पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि अभी मैं ब्लड टेस्ट करवाने दिल्ली जा रहा हूं। वहां से वापस आने के बाद मुझे बेंगलुरु जाना है और पीएम नरेंद्र मोदी की विदाई की तैयारी करानी है। पहले भाजपा को हटाना है फिर आप लोगों से बात करेंगे।
लालू ने पूछा- सरकार जाने के बाद तोहार का हाल होई?
ईडी की दूसरी चार्जशीट के बाद से लालू प्रसाद के तेवर काफी तल्ख नजर आ रहे हैं। उनके समर्थक लालू इज बैक का नारा लगा रहे हैं। बुधवार को उन्होने राजद के स्थापना दिवस पर भी पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा था। लालू प्रसाद ने कहा था कि नरेंद्र मोदी देश से गरीबी को मिटा नहीं रहे हैं। यह लोग देश को तोड़ रहे हैं, लगातार तोड़ रहे हैं। विधायकों को खरीद करके सरकार बना रहे हैं। लालू ने कहा कि यह लोग सिर्फ मुकदमा, मुकदमा कर रहे। सिर्फ यही हो रहा है। 2024 में हमलोग मिलकर उखाड़ फेकेंगे। लालू ने पूछा कि सरकार जाने के बाद तोहार का हाल होई? नरेंद्र मोदी सोच ल। हम लोग फूल माला बेचकर जी लेंगे।
लोकसभा 2024 के लिए कार्यकताओं के साथ नेताओं को सीख दी
उन्होंने राजद के स्थापना दिवस पर साफ शब्दों में अपने समर्थकों और कार्यकताओं के साथ नेताओं को सीख दी कि अनुसूचित जाति के गांवों में जाओ। इनके गांवों में, इनके बीच में जाकर बात करना चाहिए। ऐसा न हो कि फिर कहीं भाजपा-आरएसएस वाला समझा-बुझा दे। आप सभी लोगों से अपील है कि आप लोग एकजुट होकर रहिए। इनलोगों के बहकावे में नहीं आना है। चुनाव आ रहा है। पार्टी को मजबूत करना है। देश को मजबूत करना है।