केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह। (फाइल फोटो)
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विपक्षी एकता को मजबूत करन के लिए रविवार को राजद अध्यक्ष लालू यादव और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी। अब इस मुलाकात पर भाजपा ने निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दोनों नेताओं की सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद ट्वीट किया। उन्होंने कहा, “सुनने में आया है कि सोनिया गांधी जी ने पलटू राम को दुत्कार के भगा दिया।”सुशील मोदी ने भी खड़े किए सवालवहीं, भाजपा नेता सुशील मोदी ने भी विपक्षी एकता और कांग्रेस सुप्रीमो से नीतीश-लालू की मुलाकात पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, क्या नीतीश कुमार कांग्रेस और केजरीवाल को एक साथ बैठा सकते हैं? क्या वे ओपी चौटाला और कांग्रेस को एक साथ कर सकते हैं? क्या केरल के अंदर सीपीएम और कांग्रेस को एक साथ बैठा सकते हैं? उन्होंने आगे कहा, अलग-अलग दलों का अपना अलग-अलग स्वार्थ है। हर राज्य की राजनीतिक परिस्थितियां अलग हैं, नीतीश कुमार चाह कर भी सभी दलों को एक नहीं कर सकते हैं।
लालू बोले- देश को बचाना है तो…सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद लालू यादव मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा, हमने भाजपा को बिहार से विदा कर दिया है। अब देश से उनकी विदाई की बारी है। उन्होंने कहा कि देश को बचाना है, तो भाजपा को हटाना है। उसके लिए हम सभी को एक साथ आना होगा। हमारी सोनिया गांधी से बातचीत हुई है। कांग्रेस पार्टी को नया अध्यक्ष मिलने के बाद उन्होंने हमें 10-12 दिनों के बाद फिर से मिलने के लिए कहा है।
महत्वपूर्ण है यह बैठकविपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास पर बैठक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसे कांग्रेस और कुछ क्षेत्रीय दलों के बीच मतभेदों को सुलझाने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। अगस्त में बिहार में नई सरकार बनाने के लिए भाजपा से नाता तोड़ने और राजद-कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद से नीतीश कुमार की सोनिया गांधी से यह पहली मुलाकात है।
विस्तार
विपक्षी एकता को मजबूत करन के लिए रविवार को राजद अध्यक्ष लालू यादव और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी। अब इस मुलाकात पर भाजपा ने निशाना साधा है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दोनों नेताओं की सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद ट्वीट किया। उन्होंने कहा, “सुनने में आया है कि सोनिया गांधी जी ने पलटू राम को दुत्कार के भगा दिया।”
सुशील मोदी ने भी खड़े किए सवाल
वहीं, भाजपा नेता सुशील मोदी ने भी विपक्षी एकता और कांग्रेस सुप्रीमो से नीतीश-लालू की मुलाकात पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, क्या नीतीश कुमार कांग्रेस और केजरीवाल को एक साथ बैठा सकते हैं? क्या वे ओपी चौटाला और कांग्रेस को एक साथ कर सकते हैं? क्या केरल के अंदर सीपीएम और कांग्रेस को एक साथ बैठा सकते हैं? उन्होंने आगे कहा, अलग-अलग दलों का अपना अलग-अलग स्वार्थ है। हर राज्य की राजनीतिक परिस्थितियां अलग हैं, नीतीश कुमार चाह कर भी सभी दलों को एक नहीं कर सकते हैं।
लालू बोले- देश को बचाना है तो…
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद लालू यादव मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा, हमने भाजपा को बिहार से विदा कर दिया है। अब देश से उनकी विदाई की बारी है। उन्होंने कहा कि देश को बचाना है, तो भाजपा को हटाना है। उसके लिए हम सभी को एक साथ आना होगा। हमारी सोनिया गांधी से बातचीत हुई है। कांग्रेस पार्टी को नया अध्यक्ष मिलने के बाद उन्होंने हमें 10-12 दिनों के बाद फिर से मिलने के लिए कहा है।
महत्वपूर्ण है यह बैठक
विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास पर बैठक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसे कांग्रेस और कुछ क्षेत्रीय दलों के बीच मतभेदों को सुलझाने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। अगस्त में बिहार में नई सरकार बनाने के लिए भाजपा से नाता तोड़ने और राजद-कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद से नीतीश कुमार की सोनिया गांधी से यह पहली मुलाकात है।