सीएम नीतीश कुमार और सीनियर IAS केके पाठक।
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रक्षा बंधन की छुट्टी खत्म किए जाने के कारण बिहार की नीतीश सरकार और आईएएस केके पाठक सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। छुट्टी काटने-बचानें में हिंदु-मुस्लिम भेदभाव को लेकर राज्य के मुख्य सचिव तक घसीटे जा रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कोटे के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रेशखर अपने ही विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक से नाराजगी दिखा चुके हैं। लेकिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब खुलकर पाठक का समर्थन कर दिया है। शनिवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने जो कहा, उसके बाद यह भी साफ हो गया कि गालीबाजी का वीडियो सामने आने से लेकर शिक्षा मंत्री के अधिकार पर पीत पत्र लिखे जाने तक आईएएस केके पाठक पर कार्रवाई का इंतजार करना बेकार है।
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नीतीश ने क्या कहा केके पाठक की पहल पर
सरकारी स्कूलों में छुट्टी के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि छुट्टी को लेकर कोई विवाद नहीं है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का पक्ष लेते हुए उन्होंने कहा कि सबको पढ़ाना चाहता है तो इसमें बुराई क्या है। इसमें छुट्टी की क्या बात है। कोई अधिकारी अगर बच्चे की पढ़ाई के कुछ बेहतर करते हैं तो यह तो अच्छी बात है। काम तो वह अच्छा करते हैं। पढ़ाई समय पर अच्छे से हो, हम भी यही चाहते हैं। बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखकर छुट्टियों का फैसला लिया गया है। अगर किसी को कोई दिक्कत है तो वह मुझसे बात कर ले।
हाल में इस कारण से चर्चा में रहे आईएएस पाठक
दरअसल, हाल में ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर रक्षा बंधन के दिन सरकारी स्कूलों छुट्टी रद्द कर दी थी। रक्षा बंधन पर भी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों को स्कूल जाना पड़ेगा। दशहरा, दीपावली और लोक आस्था के महापर्व छठ की छुट्टियां भी काटी गई हैं। अभी से दिसंबर तक की 23 में से 12 छुट्टियों को खत्म किया गया है। विभाग ने विद्यालयों में 220 कार्यदिवसों के पूरा नहीं होने के कारण बच्चों पर पड़ रहे प्रभाव को इस फैसले का कारण बताया है।