बिहार विधान सभा।
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बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। पांच दिनों तक चलने वाले यह सत्र में हंगामेदार होने वाला है। पहले दिन की औपचारिकता 16 मिनट में पूरी कर सत्र को स्थगित कर दिया गया, लेकिन अगले चार दिन नई शिक्षक नियमावली, डोमिसाइल नीति और डिप्टी तेजस्वी यादव को सीबीआई द्वारा चार्जशीटेड करने के मामले पर भाजपा महागठबंधन सरकार को घेरेगी। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी और विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर पहले ही सदन की शांतिपूर्ण ढंग से कार्रवाई करने की अपील कर चुके हैं। विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी पहले ही स्पष्ट कह दिया कि मानसून सत्र छोटा है, लेकिन कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण है।
शिक्षक अभ्यर्थियों के मुद्दे को उठाएगी भाजपा
इधर, नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त सरकारीकर्मी का दर्जा देने और डोमिसाइल को लेकर 11 जुलाई को शिक्षक अभ्यर्थियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। शिक्षक अभ्यर्थी ने डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर घेरा डालो डेरा डालो का कार्यक्रम का एलान किया है। इधर, 12 जुलाई को भाजपा ने शिक्षकों की मांग के समर्थन के साथ 10 लाख नौकरी एवं 10 लाख रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन का कार्यक्रम है।
पूर्व सहयोगी जीतन राम मांझी भी विरोध करते दिखेंगे
इस सत्र में विधानसभा में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी सरकार का विरोध करते दिखेंगे। सरकार के बाहर से समर्थन कर रहे वामदलों के 17 विधायकों के लिए शिक्षकों मुद्दे पर सरकार का विरोध करने की राजनीतिक मजबूरी हो गयी है। वामदल ही शिक्षक संगठनों का नेतृत्व करते हैं।
जानिए, आज की कार्यवाही
पहले दिन सदन में नए सदस्य शपथ ग्रहण, राज्यपाल की ओर से प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणिकृत प्रतियों को सदन के पटल पर रखने, वित्तीय वर्ष 2023-2024 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन के बाद शोक प्रकाश के साथ कार्यवाही स्थगित करने की योजना थी; हालांकि सत्र 16 मिनट में ही स्थगित कर दिया गया।