कैसे मिला बोलने का मौका, क्या बोला मनीष ने
शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट में यूट्यूबर मनीष कश्यप की पेशी थी लेकिन इस दौरान वह अपने पुराने तेवर में सरकार पर जमकर बरसे। पेशी के दौरान उन्होंने बिहार सरकार के सिस्टम पर ही सवाल उठा दिया।मैं बदलूंगा सरकार
नीतीश कुमार जी देखिए मनीष कश्यप मर जाएगा लेकिन आपके आगे नहीं झुकेगा। मैं फौजी का बेटा हूं मर जाऊंगा लेकिन झुकूंगा नहीं। वादा करता हूं कि एक दिन हम सरकार बनाएंगे भी,चलाएंगे भी और दिखाएंगे भी कि कैसे चलती है सरकार।स्टार वाले हाजत में पहुंचाते हैं नशा
इस हाजत में गांजा, भांग, स्मैक और सिगरेट यानी हर नशा पहुंचता है। और इसे पहुंचाने वाले हैं वह लोग जिनके वर्दी में कंधे पर सिंगल या डबल स्टार लगा होता है। मनीष ने कहा कि कांस्टेबल इमानदार होता है,यह युवा होते हैं,इन्हें सस्पेंड कर दिया जाता है लेकिन जो सिंगल या डबल स्टार वाले लोग हैं असल में वहां तक नशा पहुंचाने का खेल वही करते हैं। इतना ही नहीं मुझे हाजत में उन नशेड़ियों के साथ बैठाया जाता है जो नशा करके धुंआ मेरे चेहरे पर फेंकते हैं।उनके ऐसा करने से मेरे सिर में दर्द होने लगता है।मैं चारा चोर का बेटा नहीं
मनीष कश्यप ने यह आशंका जाहिर करते हुए कहा कि आप लोग रिकॉर्डिंग कर रहे हैं ना, मेरे ऊपर फिर से यह लोग FIR कर देगा। मुझे फिर से झुकाने का प्रयास करेगा यह लोग। लेकिन मैं झुकूंगा नहीं। मनीष ने कहा कि मैं चारा चोर का बेटा नहीं बल्कि एक फौजी का बेटा हूं। मेरे दादाजी चीन से लड़े हैं लेकिन वह नहीं डरे। मेरे पिताजी पाकिस्तान से लड़े लेकिन वह नहीं डरे तो मैं आजाद भारत के आजाद बिहार में मैं इन नेता से डर जाऊंगा? यह हथकड़ी है ईमानदार आदमी के हाथ में लगाया है। यह लोग मुझे फिर से दबाने का प्रयास करेगा, लेकिन मैं नहीं डरूंगा इनसे।हाजत और कैदी बस के अव्यवस्था पर उठाया सवाल
मनीष कश्यप सरकारी सिस्टम पर भी आज जमकर बोला। मनीष ने कहा कि देखिये इस टूटे फूटे गाड़ी (कैदी बस) को जो बीच रास्ते में ही बंद हो जाती है, इसे धक्का लगाना पड़ता है तब फिर यह आगे बढती है। उन्होंने आगे कहा कि इस गाड़ी में 60-60 कैदियों को जानवरों की तरह ठूंस ठूंस कर भेजा जाता है। मनीष ने कहा कि यह बसें इतनी जर्जर है कि कभी कभी तो उसे धकेलकर स्टार्ट करना पड़ता है। मनीष ने कहा कि आपलोग जरा हाजत की स्थिति को भी देखिए। किस हाल में हाजत है जिसमें हमलोगों को रखा जाता है।बिहार पुलिस में नहीं है इतनी हिम्मत
मनीष ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि बिहार के मजदूर बाहर मार खाते हैं और सरकार देखते रहती है। फिर भी मनीष कश्यप को जेल में डाल देती है। उन्होंने कहा कि 6 मजदूरों को फिर से पीटा गया है लेकिन बिहार पुलिस में हिम्मत नहीं है कि वह उसे तमिलनाडु से गिरफ्तार कर बिहार के जेल में डाल सके।उदयनिधि स्टालिन पर केस क्यों नहीं
मनीष ने कहा कि एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने जिस तरह का बयान दिया है और उसके इस बयान ने समाज में जिस तरह का आग लगाया , उसपर एनएसए (NSA) क्यों नहीं लगाया जा रहा है। हम इतना दिन से चुप थे लेकिन आज बोलेंगे ना आज हम बोलेंगे। 1700 करोड़ का पुल गिर गया, एक इंजीनियर पुल के नीचे दबकर मर गया, एक यादव जी दबकर मर गए, समस्तीपुर में एक यादव जी को मार दिया गया। तेजस्वी यादव यादव की बात करते हैं ना तो फिर मोतिहारी में एक यादव ठेकेदार को मार दिया गया, तो आप वहां क्यों नहीं जाति के नाम पर जाते हैं और उनके काम में आते हैं। निलेश मुखिया को मार दिया गया पटना में। देखिए यहां क्या स्थिति है।बदलिए सरकार को
मनीष से मिलने गये युवकों को मनीष कश्यप ने आह्वान करते हुए कहा कि यहां हर बाप परेशान है, हर मां परेशान है, हर आदमी परेशान है इसलिए कहता हूँ कि चलाइए बिहार को और बदलिए सरकार को, बदल दीजिए बिहार को।
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