समाहरणालय, गया
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार के गया जिला समाहरणालय स्थित जिला भू-अर्जन कार्यालय से संचालित चार बैंक खातों से 44 करोड़ 16 लाख रुपये गायब हो जाने का मामला सामने आया है। इस खबर के सामने आने के बाद भू-अर्जन कार्यालय समेत अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। सरकारी खाते से इतनी बड़ी राशि के गायब हो जाने से गबन होने की आशंका लग रही है। इस मामले को संबंधित अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है और जांच में जुट गए हैं। ताकि यह पता लगाया जा सके कि बैंक खातों से 44 करोड़ 16 लाख रुपये कहां गए। अगर इतनी बड़ी राशि कहीं खर्च हुई है तो वह किस मद में खर्च की गई है। नहीं तो अगर इतनी बड़ी रकम का गबन किया गया है तो जिला भू-अर्जन कार्यालय के कौन-कौन से कर्मचारियों की मिलीभगत है।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, हाल के दिनों में जिला भू-अर्जन कार्यालय के जरिए राष्ट्रीय राजमार्ग 83 पटना-गया-डोभी रोड, भारतमाला परियोजना आमस-दरभंगा रोड, नेशनल हाइवे दो औरंगाबाद-चोरदाहा रोड, डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर रेल परियोजना समेत अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर संबंधित जमीन के अधिग्रहण का कामकाज चल रहा है।
चार खातों में रखे थे रुपये
इन योजनाओं से संबंधित जमीन के अधिग्रहण करने को लेकर मुआवाजा देने के लिए उक्त चारों बैंक खातों में रुपये रखे हुए थे। लेकिन, अब उन चारों बैंक खातों का मिलान बैंक पंजी और बैंक विवरणी के आधार पर किया गया तो करीब 44 करोड़ 16 लाख रुपये गायब होने का मामला सामने आया।
मामले की जांच-पड़ताल हुई शुरु
हालांकि इस मामले में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी रवींद्र राम ने बताया कि इसकी जांच पड़ताल चल रही है। कोशिश की जा रही है कि एक सप्ताह में जांच पूरी कर ली जाएगी। जांच पूरी होने के बाद सारा मामला स्पष्ट हो जाएगा। उक्त मामले को लेकर कर्मचारियों को निर्देश जारी किए गए है। इसकी सभी स्तरों से निगरानी की जा रही है।