न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 16 Oct 2021 05:56 AM IST
सार
कांग्रेस पार्टी ने अपनी पूर्व सांसद रंजीत रंजन को आरक्षित सीट कुशेश्वरस्थान के लिए पर्यवेक्षक बनाया है, जबकि छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिव चंदन यादव को तारापुर सौंपा गया है।
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कांग्रेस ने बिहार में दो सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान पर हो रहे उपचुनाव के लिए अपने दो पर्यवेक्षकों की घोषणा की है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपालन द्वारा जारी सूची के मुताबिक, पार्टी ने अपनी पूर्व सांसद रंजीत रंजन को आरक्षित सीट कुशेश्वरस्थान के लिए पर्यवेक्षक बनाया है, जबकि छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिव चंदन यादव को तारापुर सौंपा गया है।दोनों सीटों पर कांग्रेस कड़ी मेहनत कर रही है। उसका जद (यू) और राजद के साथ त्रिकोणीय मुकाबला है। वहीं चंदन यादव को तारापुर की कमान सौपने के इस कदम से कांग्रेस यादव वोट में सेंध लगाने के प्रयास में है। वहीं राजद ने अपने पुराने सहयोगी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। यहां जद (यू) के विधायक के निधन से खाली हुई सीट पर दोनों पार्टी अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं।पंजाब की रहने वाली रंजीत रंजन बिहार में अच्छी तरह से जानी जाती हैं, उन्होंने बिहार के जाने माने नेता राजेश रंजन उर्फपप्पू यादव से शादी की है जो कई बार सांसद रह चुके हैं। साथ ही रंजीत रंजन ने 2004 में सहरसा से लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद के रूप में अपना करियर शुरू किया था।उनके पति पप्पू यादव, जो तीन दशक पुराने मामले में सलाखों के पीछे रहने के बाद हाल ही में जेल से रिहा हुए थे, जन अधिकार पार्टी (जेएपी) के प्रमुख हैं, जो सड़कों पर सक्रिय है, लेकिन अभी तक चुनावी सफलता का स्वाद नहीं चखा है।वहीं चंदन यादव खगड़िया जिले के रहने वाले हैं, जो मुंगेर से सटा हुआ है, जिसके अंतर्गत यादवों की एक बड़ी आबादी वाला एक अन्य निर्वाचन क्षेत्र तारापुर आता है। चंदन के जरिए कांग्रेस यादव वोट बैंक में सेंध लगा पाएगी ये देखना बाकी है। पार्टी ने इस सीट से सवर्ण नेता राजेश मिश्रा को मैदान में उतारा है।
विस्तार
कांग्रेस ने बिहार में दो सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान पर हो रहे उपचुनाव के लिए अपने दो पर्यवेक्षकों की घोषणा की है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपालन द्वारा जारी सूची के मुताबिक, पार्टी ने अपनी पूर्व सांसद रंजीत रंजन को आरक्षित सीट कुशेश्वरस्थान के लिए पर्यवेक्षक बनाया है, जबकि छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिव चंदन यादव को तारापुर सौंपा गया है।
दोनों सीटों पर कांग्रेस कड़ी मेहनत कर रही है। उसका जद (यू) और राजद के साथ त्रिकोणीय मुकाबला है। वहीं चंदन यादव को तारापुर की कमान सौपने के इस कदम से कांग्रेस यादव वोट में सेंध लगाने के प्रयास में है। वहीं राजद ने अपने पुराने सहयोगी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। यहां जद (यू) के विधायक के निधन से खाली हुई सीट पर दोनों पार्टी अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं।
पंजाब की रहने वाली रंजीत रंजन बिहार में अच्छी तरह से जानी जाती हैं, उन्होंने बिहार के जाने माने नेता राजेश रंजन उर्फपप्पू यादव से शादी की है जो कई बार सांसद रह चुके हैं। साथ ही रंजीत रंजन ने 2004 में सहरसा से लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद के रूप में अपना करियर शुरू किया था।
उनके पति पप्पू यादव, जो तीन दशक पुराने मामले में सलाखों के पीछे रहने के बाद हाल ही में जेल से रिहा हुए थे, जन अधिकार पार्टी (जेएपी) के प्रमुख हैं, जो सड़कों पर सक्रिय है, लेकिन अभी तक चुनावी सफलता का स्वाद नहीं चखा है।
वहीं चंदन यादव खगड़िया जिले के रहने वाले हैं, जो मुंगेर से सटा हुआ है, जिसके अंतर्गत यादवों की एक बड़ी आबादी वाला एक अन्य निर्वाचन क्षेत्र तारापुर आता है। चंदन के जरिए कांग्रेस यादव वोट बैंक में सेंध लगा पाएगी ये देखना बाकी है। पार्टी ने इस सीट से सवर्ण नेता राजेश मिश्रा को मैदान में उतारा है।